सुगर से स्टेविया तक: कैसे नेचुरल स्वीटनर्स भारत में डायबिटीज को मैनेज करने में मदद कर रहे हैं।

Dec 19, 2025

परिचय

भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं, जहां चीनी का सेवन ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देता है। स्टेविया जैसी नेचुरल जीरो-कैलोरी स्वीटनर पत्तियों से बनी होती है और ब्लड ग्लूकोज नहीं बढ़ाती, जबकि FOS प्रीबायोटिक फाइबर गट बैक्टीरिया को मजबूत बनाता है। ये स्वीटनर्स भारतीय मार्केट में तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं, खासकर 2025 के हेल्थ ट्रेंड्स में।

डायबिटीज के लिए फायदे

स्टेविया HbA1c लेवल को कम करती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाती है, जैसा मेटा-एनालिसिस में साबित हुआ। FOS गट हेल्थ सुधारता है, लिपिड प्रोफाइल बैलेंस करता है और कब्ज जैसी प्रॉब्लम्स दूर करता है बिना ग्लूकोज में कन्वर्ट हुए। साथ में ये क्रेविंग्स कम करते हैं और वेट मैनेजमेंट में मददगार साबित होते हैं, जो 77 मिलियन प्री-डायबिटिक्स के लिए परफेक्ट है।

भारतीय मार्केट ट्रेंड्स

भारत का स्टेविया मार्केट 2035 तक तेज ग्रोथ करेगा, FOS ब्लेंडेड प्रोडक्ट्स जैसे शुगर-फ्री मिठाई और चाय मिल्स की डिमांड बढ़ रही है। अमेज़न और लोकल ब्रांड्स पर पाउडर, ड्रॉप्स उपलब्ध हैं, जो मिलेट्स और वेजी डाइट के साथ फिट बैठते हैं। 2026 तक स्टेविया-FOS लड्डू और खीर जैसे लोकल ऑप्शन्स और बढ़ेंगे।

प्रैक्टिकल टिप्स और रेसिपीज

  • दैनिक चाय: 1/4 चम्मच स्टेविया-FOS ब्लेंड से चाय मीठी और गट-फ्रेंडली बनाएं, जीरो ग्लाइसेमिक इंपैक्ट।

  • शुगर-फ्री खीर: बादाम मिल्क में स्टेविया ड्रॉप्स और 2 चम्मच FOS मिलाकर सबुदाना खीर बनाएं—त्योहारों के लिए आइडियल।

  • रोटी एन्हांसर: घी वाली रोटी पर FOS-स्टेविया स्प्रिंकल करें स्वादिष्ट फ्लेवर के लिए।

डॉक्टर से डोज चेक करें, खासकर मेटफॉर्मिन लेने वालों के लिए।

सावधानियां और चुनौतियां

स्टेविया का कड़वा आफ्टरटेस्ट रेबौडियोसाइड A से कम होता है, FOS ज्यादा लेने से ब्लोटिंग हो सकती है—5-10g तक सीमित रखें। ऑर्गेनिक इंडियन ब्रांड्स चुनें और लो-GI डाइट जैसे बाजरा-सब्जी के साथ यूज करें।

  1. https://www.imarcgroup.com/india-stevia-market
  2. https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC7103435/
  3. https://www.coherentmarketinsights.com/market-insight/stevia-market-2082
  4. https://www.webmd.com/food-recipes/what-is-stevia

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